तुर्किए, पाकिस्तान, अजरबैजान: खून, खिलाफ़त और काफ़िर

तीन भाई एक खून

तुर्किए और पाकिस्तान का रिश्ता एक ऐसा रिश्ता है, जिसमें धर्म के नाम पर भावनाएं ज़्यादा दिखाई देती हैं। क्योंकि एक तरफ़ जहाँ पाकिस्तान की स्थापना ही इस्लाम के नाम पर हुई थी, वहीं दूसरी तरफ़ तुर्किए ओटोमन काल की विरासत और खिलाफ़त के उत्तराधिकारी के रूप में खुद को पेश करता है।

महाबोधि मंदिर: हिंदुओं की साझी विरासत का दुश्मन कौन?

कहानी शुरू होती है Don David Hewavitarne से, जो एक अमीर श्रीलंकाई ईसाई परिवार में जन्मे, लेकिन अपनी बुद्धिस्ट माँ से प्रेरित होकर सिंहली बौद्ध परंपरा अपनाई। थियोसोफिकल सोसाइटी से जुड़े, नाम बदला, अनागारिक धर्मपाल रखा, और पीला चोगा पहन भारत आए बौद्ध चेतना जगाने।