महाबोधि मंदिर: हिंदुओं की साझी विरासत का दुश्मन कौन?

कहानी शुरू होती है Don David Hewavitarne से, जो एक अमीर श्रीलंकाई ईसाई परिवार में जन्मे, लेकिन अपनी बुद्धिस्ट माँ से प्रेरित होकर सिंहली बौद्ध परंपरा अपनाई। थियोसोफिकल सोसाइटी से जुड़े, नाम बदला, अनागारिक धर्मपाल रखा, और पीला चोगा पहन भारत आए बौद्ध चेतना जगाने।